Yaad Shayari in Hindi / याद शायरी :-
प्रिय पाठकों Yaad Shayari in Hindi के रूप में पेश है याद शायरी का एक बेहद खूबसूरत और दिल को छू लेने वाला Yaad Shayari Collection. इसको Enjoy कीजिये और Whatsapp & Facebook भी Share कीजिये….
1
दिल में यादें, एहसासों में तड़प, पलकों पे नमी,
कितना कुछ तो छोड़ गया वो फिर क्या कमी!
Dil Mein Yaadein, Ehsaason Mein Tadap, Palkon Pe Nami,
Kitna Kuch To Chhod Gaya Wo Fir Kya Kami….
2
आज फिर मुमकिन नहीं कि मैं सो जाऊँ,
यादें फिर बहुत आ रही हैं, नींदें उड़ाने वाली….
Aaj Fir Mumkin Nahin Ki Main So Jaaun,
Yaadein Fir Bahut Aa Rahi Hain, Neendein Udaane Waali….
3
उतर जाती हैं जो जहन में तो फिर जल्दी नींद नहीं आती
ये कॉफ़ी और तुम्हारी यादें..एक जैसी हैं
Utar Jaati Hain Jo Zehen Mein To Fir Jaldi Neend Nahin Aati,
Ye Coffee Aur Tumhari Yaadein.. Ek Jaisi Hain….
4
Yaad Shayari in Hindi by Various Shayar-
‘अमीर’ अब हिचकियाँ आने लगी हैं,
कहीं मैं याद फ़रमाया गया हूँ….
– अमीर मीनाई
‘Ameer’ Ab Hichkiyaan Aane Lagi Hain,
Kahin Main Yaad Farmaya Gaya Hun….
– Ameer Minai
5
तस्वीर तेरी नैनन में, तेरी यादें रह गईं मन में
जब तू ही बिछड़ गया, तो क्या रहा मेरे जीवन में
Tasveer Teri Nainan Mein, Teri Yaadein Reh Gayi Man Mein,
Jab Tu Hi Bichhad Gaya, To Kya Raha Mere Jeevan Mein….
6
हो गए दिन जिन्हें भुलाए हुए,
आज कल हैं वो याद आए हुए….
– अनवर शऊर
Ho Gaye Din Jinhein Bhulaaye Huye,
Aaj Kal Hain Wo Yaad Aaye Huye….
– Anwar Shuoor
7
मजबूर ना करेंगे तुझे, वादे निभाने के लिए,
तू एक बार वापस आ अपनी यादें ले जाने के लिए….
Majboor Na Karenge Tujhe, Waade Nibhaane Ke Liye,
Tu Ek Baar Vaapas Aa Apni Yaadein Le Jaane Ke Liye….
8
आ गई याद शाम ढलते ही,
बुझ गया दिल चराग़ जलते ही….
– मुनीर नियाज़ी
Aa Gayi Yaad Shaam Dhalte Hi,
Bujh Gaya Dil Charaag Jalte Hi….
– Muneer Niyazi
9
2 Lines Yaad Shayari in Hindi-
तुम, तुम्हारी यादें, तुम्हे छू लेने की ख्वाहिशें,
जैसे सुबह का सूरज आसमान चढ़ा और शाम डूब गया….
Tum, Tumhari yaadein, Tumhein Chhu Lene Ki Khwahishein,
Jaise Subah Ka Suraj Aasmaan Chadha Aur Shaam Doob Gaya….
10
हाए वो लोग जो देखे भी नहीं,
याद आएँ तो रुला देते हैं….
– मोहम्मद अल्वी
Haaye Wo Log Jo Dekhe Bhi Nahin,
Yaad Aayen To Rula Dete Hain….
– Mohammad Alvi
11
बड़ी गुस्ताख है तेरी यादें, इन्हें तमीज सिखा दो,
दस्तक भी नहीं देती, और दिल में उतर आती हैं….
Badi Gustaakh Hain Teri Yaadein, Inhein Tameez Sikha Do,
Dastak Bhi Nahin Deti, Aur Dil Mein Utar Aati Hain….
12
आप की याद आती रही रात भर,
चाँदनी दिल दुखाती रही रात भर….
– फैज़ अहमद फैज़
Aap Ki Yaad Aati Rahi Raat Bhar,
Chandni Dil Dukhaati Rahi Raat Bhar….
– Faiz Ahmad Faiz
13
कि कोई रास्ता मिल जाये तुझ तक पहंचने का,
कहर बन के बरस रही है मुझ पर यादें तेरी….
Ki Koi Raasta Mil Jaaye Tujh Tak Pahaunchne Ka,
Qahar Ban Ke Baras Rahi Hain Mujh Par Yaadein Teri….
14
हाँ उन्हीं लोगों से दुनिया में शिकायत है हमें,
हाँ वही लोग जो अक्सर हमें याद आए हैं….
– राही मासूम रज़ा
Haan Unhin Logon Se Duniyan Mein Shikaayat Hai Humein,
Haan Wahi Log Jo Aksar Humein Yaad Aaye Hain….
– Rahi Masoom Raza
15
मैं, मेरी तन्हाई, मेरा दर्द और उसकी यादें,
हर रात मेरे तकिये पर इकट्ठे सोते हैं….
Main, Meri Tanhai, Mera Dard Aur Uski Yaadein,
Har Raat Mere Takiye Par Ikatthe Sote Hain….
16
इक याद की मौजूदगी सह भी नहीं सकते,
ये बात किसी और से कह भी नहीं सकते!
– साक़ी फ़ारुक़ी
Ek Yaad Ki Moujoodgi Seh Bhi Nahin Sakte,
Ye Baat Kisi Aur Se Keh Bhi Nahin Sakte….
– Saqi Faruqi
17
तुझसे ज्यादा तेरी याद को है मुझसे हमदर्दी,
देखती है मुझे तन्हा तो चली आती है….
Tujhse Jyada Teri Yaad Ko Hai Mujhse Hamdardi,
Dekhti Hai Mujhe Tanha To Chali Aati Hai….
18
हक़ीक़त खुल गई ‘हसरत’ तिरे तर्क-ए-मोहब्बत की,
तुझे तो अब वो पहले से भी बढ़ कर याद आते हैं….
– हसरत मोहानी
Haqiqat Khul Gayi ‘Hasrat’ Tire Tark-e-Mohabbat Ki,
Tujhe To Ab Vo Pehle Se Bhi Badh Kar Yaad Aate hain….
– Hasrat Mohani
19
आज ये पल हैं, कल बस यादें होंगी
जब ये पल ना होंगे, तब सिर्फ़ बातें होंगी
20
आप की याद आती रही रात भर
चश्म-ए-नम मुस्कुराती रही रात भर
– Makhdoom-Mohiuddin
21
कोहरे में ढका-ढका सा शहर मेरा
और चाय की चुस्कियों में घुली यादें तुम्हारी
22
सारी दुनिया के ख़यालात थे दिल में लेकिन
जब से है याद तिरी कुछ भी नहीं याद मुझे
– Jaleel Manikpuri
23
लो कुछ यादें फिर ताज़ा हुई
कुछ चुभते हुए अलफ़ाज़ तो कुछ मरहम लगाती हंसी याद आ गयी
24
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए
– Bashir Badr
25
इक वही शख़्स मुझ को याद रहा
जिस को समझा था भूल जाऊँगा
– Salman Akhtar
26
लाजमी तो नही है कि तुझे रूबरू ही मैं देखूँ,
तेरी याद का आना भी तेरे दीदार से कम नहीं
27
‘साजिद’ तू फिर से ख़ाना-ए-दिल में तलाश कर
मुमकिन है कोई याद पुरानी निकल पड़े
– Iqbal Sajid
28
सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं
तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं
– Khumar Barabankavi
29
सच है ‘निज़ाम’ याद भी उस को न होंगे हम
पर क्या करें वो हम से भुलाया न जाएगा
– Nizam Rampuri
30
शाम होते ही चराग़ों को बुझा देता हूँ
दिल ही काफ़ी है तिरी याद में जलने के लिए
– Riyaz Khairabadi
31
शाम भी थी धुआँ धुआँ हुस्न भी था उदास उदास
दिल को कई कहानियाँ याद सी आ के रह गईं
– Firaq Gorakhpuri
32
वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद हो
वही यानी वादा निबाह का तुम्हें याद हो कि न याद हो
– Momin Khan Momin
33
वो अगर याद करें हम को तो भूलें किस को
हम अगर उन को भुलाएँ तो किसे याद करें
– Hasan Barelvi
34
वही फिर मुझे याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं
– Khumar Barabankavi
35
रुलाएगी मिरी याद उन को मुद्दतों साहब
करेंगे बज़्म में महसूस जब कमी मेरी
– Sheikh Ibrahim Zauq
36
याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ
भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है
– Jamal Ehsani
37
याद भी तेरी मिट गई दिल से
और क्या रह गया है होने को
– Abrar Ahmad
38
याद का ज़ख़्म भी हम तुझ को नहीं दे सकते
देख किस आलम-ए-ग़ुर्बत में मिले हैं तुझ से
– Saleem Kausar
39
याद करना हर घड़ी तुझ यार का
है वज़ीफ़ा मुझ दिल-ए-बीमार का
– Wali Mohammad Wali
40
याद करने पे भी दोस्त आए न याद
दोस्तों के करम याद आते रहे
– Khumar Barabankavi
41
याद उस की इतनी ख़ूब नहीं ‘मीर’ बाज़ आ
नादान फिर वो जी से भुलाया न जाएगा
– Mir Taqi Mir
42
याद आते हैं मोजज़े अपने
और उस के बदन का जादू भी
– Jaun Eliya
43
याद आई वो पहली बारिश
जब तुझे एक नज़र देखा था
– Nasir Kazmi
44
मय-ख़ाने में क्यूँ याद-ए-ख़ुदा होती है अक्सर
मस्जिद में तो ज़िक्र-ए-मय-ओ-मीना नहीं होता
– Riyaz Khairabadi
45
मुद्दतें गुज़रीं तिरी याद भी आई न हमें
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं
– Firaq Gorakhpuri
46
मैं ने मजनूँ पे लड़कपन में ‘असद’
संग उठाया था कि सर याद आया
– Mirza Ghalib
47
मैं अपने दिल से निकालूँ ख़याल किस किस का
जो तू नहीं तो कोई और याद आए मुझे
– Qateel Shifai
48
भुलाना हमारा मुबारक मुबारक
मगर शर्त ये है न याद आईएगा
– Jigar Moradabadi
49
बना कर एक घर दिल की ज़मीं पर उस की यादों का
कभी आबाद करना है कभी बर्बाद करना है
– Humaira Rahat
50
फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया
दिल जिगर तिश्ना-ए-फ़रियाद आया
– Mirza Ghalib
( तिश्ना-ए-फ़रियाद – प्रार्थना की प्यास, दीदा-ए-तर – भीगी आँख )
51
नहीं आती तो याद उन की महीनों तक नहीं आती
मगर जब याद आते हैं तो अक्सर याद आते हैं
– Hasrat Mohani
52
न तेरी याद न दुनिया का ग़म न अपना ख़याल
अजीब सूरत-ए-हालात हो गई प्यारे
– Habib Jalib
53
दी क़सम वस्ल में उस बुत को ख़ुदा की तो कहा
तुझ को आता है ख़ुदा याद हमारे होते
– Bekhud Dehlvi
54
दिल धड़कने का सबब याद आया
वो तिरी याद थी अब याद आया
– Nasir Kazmi
55
दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया
जब चली सर्द हवा मैं ने तुझे याद किया
– Josh Malihabadi
56
दिन गुज़ारा था बड़ी मुश्किल से
फिर तिरा वादा-ए-शब याद आया
– Nasir Kazmi
57
दुनिया में हैं काम बहुत
मुझ को इतना याद न आ
– Hafeez Hoshiarpuri
58
दुनिया ने तेरी याद से बेगाना कर दिया
तुझ से भी दिल-फ़रेब हैं ग़म रोज़गार के
– Faiz Ahmad Faiz
59
दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद
अब मुझ को नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा याद
– Jigar Moradabadi
60
देखिए अब न याद आइए आप
आज कल आप से ख़फ़ा हूँ मैं
– Mmaturrauf Nasreen
61
Yaad Shayari in Hindi by Faiz Ahmad Faiz –
तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं
– Faiz Ahmad Faiz
62
तुम भूल गए मुझ को यूँ याद दिलाता हूँ
जो आह निकलती है वो याद-दहानी है
– Mubarak Azimabadi
63
तुम ने किया न याद कभी भूल कर हमें
हम ने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया
– Bahadur Shah Zafar
64
तू याद आया तिरे जौर-ओ-सितम लेकिन न याद आए
मोहब्बत में ये मासूमी बड़ी मुश्किल से आती है
– Firaq Gorakhpuri
65
टिमटिमाते रहें बुझती हुई यादों के चराग़
दिल की वीरानी पे गर आप को इसरार न हो
– Jameel Naqvi ( इसरार – दबाव , जिद )
66
झुँझलाए हैं लजाए हैं फिर मुस्कुराए हैं
किस एहतिमाम से उन्हें हम याद आए हैं
– Khumar Barabankavi
67
जिस रोज़ किसी और पे बेदाद करोगे
ये याद रहे हम को बहुत याद करोगे
– Sauda Mohammad Rafi
68
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद
कट रही है ज़िंदगी आराम से
– Mahshar Inayati
69
उस को भूले तो हुए हो ‘फ़ानी’
क्या करोगे वो अगर याद आया
– Fani Badayuni
70
‘कैफ़’ परदेस में मत याद करो अपना मकाँ
अब के बारिश ने उसे तोड़ गिराया होगा
– Kaif Bhopali
71
कभी ज़ुल्फ़ों की घटा ने घेरा
कभी आँखों की चमक याद आई
– Nasir Kazmi
72
Yaad Shayari in Hindi by Jaun Elia –
क्या सितम है कि अब तिरी सूरत
ग़ौर करने पे याद आती है
– Jaun Eliya
73
कर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब
आज तुम याद बे-हिसाब आए
– Faiz Ahmad Faiz
74
कहाँ आ के रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा
वो जो मिल गया उसे याद रख जो नहीं मिला उसे भूल जा
– Amjad Islam Amjad
75
कहीं ये अपनी मोहब्बत की इंतिहा तो नहीं
बहुत दिनों से तिरी याद भी नहीं आई
– Ahmad Rahi
76
किस तरफ़ आए किधर भूल पड़े ख़ैर तो है
आज क्या था जो तुम्हें याद हमारी आई
– Madhav Ram Jauhar
77
किसी की याद आती है तो ये भी याद आता है
कहीं चलने की ज़िद करना मिरा तय्यार हो जाना
– Munawwar Rana
78
खींच लेना वो मिरा पर्दे का कोना दफ़अतन
और दुपट्टे से तिरा वो मुँह छुपाना याद है
– Hasrat Mohani
79
ग़रज़ कि काट दिए ज़िंदगी के दिन ऐ दोस्त
वो तेरी याद में हों या तुझे भुलाने में
– Firaq Gorakhpuri
80
गोया तुम्हारी याद ही मेरा इलाज है
होता है पहरों ज़िक्र तुम्हारा तबीब से
– Agha Hashr Kashmiri
81
घर से बाहर नहीं निकला जाता
रौशनी याद दिलाती है तिरी
– Fuzail Jafri
82
चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है
– Hasrat Mohani
83
जब तक था दम में दम न दबे आसमाँ से हम
जब दम निकल गया तो ज़मीं ने दबा लिया
– Abid Jalalpuri
84
ज़रा सी बात सही तेरा याद आ जाना
ज़रा सी बात बहुत देर तक रुलाती थी
– Nasir Kazmi
85
‘जलील’ आने लगी हैं हिचकियाँ क्यूँ
कहीं मैं याद फ़रमाया गया हूँ
– Jaleel Manikpuri
86
जाते हो ख़ुदा-हाफ़िज़ हाँ इतनी गुज़ारिश है
जब याद हम आ जाएँ मिलने की दुआ करना
– Jaleel Manikpuri
87
जिस को तुम भूल गए याद करे कौन उस को
जिस को तुम याद हो वो और किसे याद करे
– Josh Malsiyani
88
जिस में हो याद भी तिरी शामिल
हाए उस बे-ख़ुदी को क्या कहिए
– Firaq Gorakhpuri
89
आहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम हो
साया कोई लहराए तो लगता है कि तुम हो
– Jaan Nisar Akhtar
90
उठा लाया हूँ सारे ख़्वाब अपने
तिरी यादों के बोसीदा मकाँ से
– Rasa Chughtai
91
इक याद की मौजूदगी सह भी नहीं सकते
ये बात किसी और से कह भी नहीं सकते
92
4 Lines Yaad Shayari in Hindi-
कुछ रात की आँखें भीगी थीं और चाँद भी रूठा रूठा था ..
कुछ यादें उसकी बाक़ी थीं और दिल भी टूटा टूटा था
किस मोड़ पे बिछड़े याद नहीं होठों पे कोई फ़रियाद नहीं
उस वादे की भी कुछ ख़बर नहीं, वो सच्चा था या झूठा था
93
इस दुनियाँ में सब कुछ बिकता है
फिर जुदाई ही रिश्वत क्युँ नही लेती
मरता नहीं है कोई किसी से जुदा होकर
बस यादें ही हैं जो जीने नहीं देती
94
तेरी यादों मे आने की ख़बर आए तो क्या कहना
तु भी यादों की राहों से गुजर जाए तो क्या कहना
मेरी दुनियाँ-ए-मोहब्बत है तुम्हारे दम से
मेरी दुनियाँ-ए-मोहब्बत से जुदा मत होना
95
आज हम हैं कल हमारी यादें होंगी
जब हम ना होंगे तब हमारी बातें होंगी
कभी पलटोगे जिंदगी के ये पन्ने
तब शायद आपकी आंखों से भी बरसातें होंगी
96
कुछ यादें फिर ताज़ा हुई
कुछ चुभते हुए अलफ़ाज़
तो कुछ मरहम लगाती हंसी
फिर याद आ गयी
97
वो मोहब्बत ही क्या जिसमें यादें ही न हो
और वो यादें ही क्या जिसमें तुम न हो
Wo Mohabbat Hi Kya Jismein Yaadein Hi Na Hon,
Aur Wo Yaadein Hi Kya Jismein Tum Na Ho….
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Labels: Yadein, Yaad, Yadon, Yad Shayari,
Note:
जिन अशार के आगे शायर या कवि का नाम नहीं लिखा गया है, उनके शायर या कवि अज्ञात ( Unknown ) हैं, नाम ज्ञात होने पर लिख दिया जायेगा!