
Shaakh se tode gaye gul-daan mein rakkhe rahe
– Rahat Indori
सिर्फ़ इतना फ़ासला है ज़िंदगी से मौत काशाख़ से तोड़े गए गुल-दान में रक्खे रहे– राहत इंदौरी
सिर्फ़ इतना फ़ासला है ज़िंदगी से मौत काशाख़ से तोड़े गए गुल-दान में रक्खे रहे– राहत इंदौरी