सुलझा रहा हूँ जाने कबसे इस पहेली को,
तुम्हें दिल दूँँ या फिर तुम्हारी सहेली को….
Suljha Raha Hun Jane Kabse Is Paheli Ko,
Tumhein Dil Dun Ya Fir Tumhari Saheli Ko….
सुलझा रहा हूँ जाने कबसे इस पहेली को,
तुम्हें दिल दूँँ या फिर तुम्हारी सहेली को….
Suljha Raha Hun Jane Kabse Is Paheli Ko,
Tumhein Dil Dun Ya Fir Tumhari Saheli Ko….