Hazaar tod ke aa jaaun us se rishta Waseem
Mein jaanta hun wo jab chahega bula lega
– Waseem Barelvi
हज़ार तोड़ के आ जाऊँ उस से रिश्ता वसीममैं जानता हूँ वो जब चाहेगा बुला लेगा– वसीम बरेलवी
हज़ार तोड़ के आ जाऊँ उस से रिश्ता वसीममैं जानता हूँ वो जब चाहेगा बुला लेगा– वसीम बरेलवी
खुली छतों के दिये कब के बुझ गये होते
कोई तो है जो आंधियों के पर कतरता है
– वसीम बरेलवी
Khuli chhaton ke diye kab ke bujh gaye hote
Koi to hai jo aandhiyon ke par katarta hai
– Waseem Barelvi