कुएँ मे उतरने के बाद,
बाल्टी झुक जाती है लेकिन
झुकने के बाद भर कर ही
बाहर निकलती है….
जीवन में भी कुछ ऐसा ही होता है-
जो झुकता है वह अवश्य
कुछ न कुछ लेकर ही उठता है….
यही जीवन है।
🌹🙏 मंगल प्रभात 🙏🌹
कुएँ मे उतरने के बाद,
बाल्टी झुक जाती है लेकिन
झुकने के बाद भर कर ही
बाहर निकलती है….
जीवन में भी कुछ ऐसा ही होता है-
जो झुकता है वह अवश्य
कुछ न कुछ लेकर ही उठता है….
यही जीवन है।
🌹🙏 मंगल प्रभात 🙏🌹