डिटर्जेंट से भी जयादा ख़राब हो गयी है, ज़िन्दगी,
लोग इस्तेमाल तो करते हैं, पर विश्वास नहीं करते….
Detergent Se Bhi Jyada Kharab Ho Gayi Hai, Zindagi,
Log Istemal To Karte Hain, Par Vishvas Nahin Karte….
डिटर्जेंट से भी जयादा ख़राब हो गयी है, ज़िन्दगी,
लोग इस्तेमाल तो करते हैं, पर विश्वास नहीं करते….
Detergent Se Bhi Jyada Kharab Ho Gayi Hai, Zindagi,
Log Istemal To Karte Hain, Par Vishvas Nahin Karte….