मेरे अश्क़ भी मुस्कुरा रहे हैं बरसों से,
कोई कह गया था तुम्हारी हंसी सुकून देती है….
Mere Ashq Bhi Muskura Rahe Hain Barson Se,
Koi Keh Gaya Tha Tumhaari Hansi Sukoon Deti Hain….
मैं उसके सारे तोहफ़े वापस कर चुका हूँ,
मग़र आँखों में आँसू रह गए हैं….
– ज़ुबैर अली ताबिश
Main Uske Saare Tohfe Wapas Kar Chuka Hun,
Magar Aankhon Main Aansu Reh Gaye Hain….
– Zubair Ali Tabish